What is the Secret of Magnetic Hill in India? हम सभी जानते हैं कि अंग्रेजी की नर्सरी राइम ‘जैक एंड जिल’ में जब जैक और जिल पहाड़ी पर चढ़कर पानी की एक थैली उठाते हैं तो क्या होता है। हालांकि बचपन में हमें दुःख भी हुआ और हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर खूब हसे भी होंगे लेकिन यह किसी भी तरह से आश्चर्य की बात बिलकुल नहीं है क्योंकि वास्तव में एक पहाड़ी से नीचे गिरना आमतौर पर एक स्वाभाविक बात है।
Magnetic Hill एक अनूठी जगह
हालांकि, क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि भारत में एक पहाड़ी है, जहां नीचे की ओर लुढ़कने के बजाय, चीजें वास्तव में ऊपर की ओर जाती हैं? कभी ऐसी कोई बात नहीं सुनी? खैर, यह सुनकर आपको आश्चर्य होगा कि भारत के लेह में एक अजब गजब पहाड़ी जिसे मैग्नेटिक हिल/मिस्ट्री हिल भी कहा जाता है।
Explained: Secret of Magnetic Hill in India
लेह शहर से लगभग 30 किमी दूर स्थित सड़क का यह छोटा सा अद्वितीय हिस्सा है जो गुरुत्वाकर्षण शक्ति यानी की gravity को हरदम चुनौती देता है। यह लेह-कारगिल राजमार्ग का एक अनूठा हिस्सा ऐसा है, जो सड़क पर स्थिर वाहनों को चढाई पर चड़ने के लिए आकर्षित करता है।
आप बस गाडी के इंजन को बंद कर के छोड़ दें , आपकी कार इस पहाड़ी पर 20 किमी / घंटा की गति से अपने आप चढ़ने लगेगी। इस असाधारण प्रक्रिया के कारण, इसे ‘मिस्ट्री हिल’ और ‘ग्रेविटी हिल’ or Magnetic Hill जैसे कई नाम दिए गए हैं। समुद्र तल से 14,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है ‘मिस्ट्री हिल’ जिसके पूर्वी किनारे प, सिंधु नदी भी बहती है। हालांकि इस रहस्य की गुत्थी को विज्ञान नें सुलझा दिया है, मगर दुनिया सचमुच में विचित्र है और भारत देश सबसे विचित्र।
मैग्नेटिक हिल तक कैसे पहुंचे?
मैग्नेटिक हिल के बारे में जानने के बाद ज़ाहिर सी बात है आपकी वहां जाने की इच्छा जागृत हुई होगी। किसी ज़माने में शायद वहां पहुंचना मुश्किल रहा हो लेकिन आज के मॉडर्न युग में कौन सी जगह है जहां पर आप नहीं पहुंच सकते बशर्ते आपकी इच्छा शक्ति प्रबल हो। मैग्नेटिक हिल तक पहुंचने के रास्ते इस प्रकार हैं:
हवाईजहाज यात्रा:
लेह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मैग्नेटिक हिल से लगभग 24 किमी दूर है। लद्दाख मैग्नेटिक हिल तक पहुँचने के लिए आप हवाई अड्डे से टैक्सी ले सकते हैं। और अगर आप लेह से अपने वाहन से आ रहे हैं तो लेह-कारगिल-बाल्टिक राष्ट्रीय राजमार्ग भी पकड़ सकते हैं।
ट्रेन द्वारा:
जम्मू तवी निकटतम रेलवे स्टेशन है, जो लेह लद्दाख से लगभग 660 किमी दूर स्थित है। यह स्टेशन रेलवे द्वारा दिल्ली और भारत के अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है। दूरी तय करने के लिए आप टैक्सी किराए पर ले सकते हैं। तो कोई बहाना नहीं चलेगा टिकट बुक करवा लीजिए।
सड़क मार्ग द्वारा:
यह लद्दाख आने वाले यात्रियों द्वारा सबसे पसंदीदा तरीक़ा है। आप अपनी यात्रा दिल्ली से शुरू कर सकते हैं और मैग्नेटिक हिल तक पहुँचने के लिए या तो मनाली-लेह राजमार्ग या श्रीनगर-लेह राजमार्ग ले सकते हैं। निजी वाहन नहीं है मगर यहाँ पहुँचने की चाहत तो हैं ना दोस्त? फिर क्या राज्य परिवहन की बसों के अलावा निजी बसें भी हिमाचल प्रदेश से लेह लद्दाख के लिए अक्सर उपलब्ध रहती हैं। थोड़ी और सुविधा चाहिए है तो मनाली पहुँच जाइए और वाहन से लेह के लिए वाहन उपलब्ध रहते हैं।आप मैग्नेटिक हिल जाने के अपना प्रोग्राम बनाना शुरू करें रास्ते ख़ुद मिल जाएँगे। और बोनस में आस पास के ख़ूबसूरत नज़ारे भी अप्पका इंतेज़ार कर रहें हैं हुज़ूर।
मैग्नेटिक हिल घूने का सबसे अच्छा समय
लद्दाख में मैग्नेटिक हिल घूमने के लिए जुलाई से सितंबर का समय सबसे अच्छा है। वर्ष के इस समय के दौरान, सड़कें साफ होती हैं और मौसम सुखद होता है। साथ ही इस समय लद्दाख की मोहक सुंदरता आपके होश उड़ा देगी। हमें मालूम है इतना कुछ सुनने के बाद, इस मैग्नेटिक हिल की तरफ़ आप आकर्षित हो रहें।अपनी ख्वाहिशों को हरगिज़ ना दबाएँ और इस मनोरम स्थान पर जाने के लिए अपना प्लान बनाना जल्द शुरू कर दें।
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