Why geniuses are messy: मार्क ट्वेन, थॉमस एडिसन, अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीव जॉब्स, इन सभी में एक बहुत बड़ी समानता है कि यह अत्यधिक प्रतिभावान व्यक्ति रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन महान व्यक्तियों की जिंदगी में एक और बहुत बढ़ी समानता यह है कि इनके घर या फिर इनके डेस्क बहुत ही गंदे रहते थे। आइए जानते हैं ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से अत्यधिक बुद्धिमान लोगों के घर अक्सर गंदे रहते हैं।
वह सामाजिक मानदंडों का पालन नहीं करते हैं
अत्यधिक बुद्धिमान लोगों स्वतंत्र प्रवृत्ति के होते हैं और समाज की ज़्यादा परवाह नहीं करते हैं। उनमें साफ-सफाई सहित सामाजिक मानदंडों और अपेक्षाओं का पालन करने की संभावना कम होती है। वह अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हैं क्योंकि उनको अपने जुनून से प्यार होता है। वह अपनी उपलब्धियों से मिली प्रसिद्धि और मान्यताओं से इतने संतुष्ट रहते है कि उनके लिए एक गंदा घर उनके चरित्र पर बुरा प्रभाव नहीं डालता है। यही कारण हैं कि उन्हें अपने घर और आस पास बार-बार साफ करने की आवश्यकता महसूस नहीं होती है।
उनका ध्यान अन्य चीजों पर केंद्रित होता हैं
अत्यधिक बुद्धिमान लोगों की अक्सर कई रुचियाँ और कार्य होते हैं। वे अपने घर को साफ-सुथरा रखने की बजाय अपने काम, शौक या व्यक्तिगत परियोजनाओं पर अधिक ध्यान केंद्रित करना पसंद करते हैं। उन्हें लगता है कि साफ-सफाई पर समय लगाना समय की बर्बादी है। इस विचार से सफ़ाई के प्रति उनके मन में टालमटोल की भावना आ जाता ही और वह इसके ख़्याल मात्र से ही थक जाते हैं।
वह रचनात्मक होते हैं और लीक से हटकर सोचते हैं
आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन गन्दा घर रचनात्मकता का संकेत माना जाता है। अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग अव्यवस्थित होते हैं वे नए अनुभवों और विचारों के प्रति अधिक खुले होते हैं। वे समस्या-समाधान और लीक से हटकर सोचने में भी बेहतर हो सकते हैं। बात अटपटी है मगर मनोवैज्ञानिकों के अनुसार सत्य है।
व्यस्तता और सीमित समय
अत्यधिक बुद्धिमान लोगों की अक्सर अधिक मांग होती है और उनका दैनिक कार्यक्रम काफ़ी व्यस्त होता है। इस बात की भी संभावना है कि उनके पास अपना घर और अपने आसपास की चीजों को साफ करने का समय ही नहीं बचता समय और ऊर्जा ही नहीं बचती।
वे सुव्यवस्था से अधिक दक्षता को महत्व देते हैं (prefer Efficiency Over Orderliness)
Genius प्रवर्ती के लोग अक्सर बहुत कुशल होते हैं। वे सफाई को समय और ऊर्जा की बर्बादी के रूप में देख सकते हैं, और वे उन कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना पसंद कर सकते हैं जिन्हें वे अधिक महत्वपूर्ण मानते हैं।
वे उत्तेजक वातावरण पसंद करते हैं
मनोवैज्ञानिकों की माने तो बहुत से जीनियस लोगों को साफ-सुथरा वातावरण बोरिंग लगता है और कुछ नया सोचने और करने के लिए प्रेरणा नहीं देता। इन्हें साफ़ सुथरा वातावरण की तुलना में गन्दा वातावरण अधिक उत्तेजक और प्रेरणादायक लगता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से सच हो सकता है जो रचनात्मक हैं और दायरे से बाहर सोचने का आनंद लेते हैं।
वे अंतर्मुखी (introvert) होते हैं और एकांत पसंद करते हैं
अत्यधिक बुद्धिमान लोग अक्सर अंतर्मुखी होते हैं और अकेले समय बिताना पसंद करते हैं। वे अपने घर की सफ़ाई करने के बजाय अपना समय अपने ही विचारों में खो जाने के लिए पसंद कर सकते हैं।
उनकी स्वच्छता की एक अलग परिभाषा होती है
जिसे एक व्यक्ति स्वच्छ मानता है, दूसरा उसे गन्दा मान सकता है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि स्वच्छता के लिए हर किसी के अलग-अलग मानक हैं।
जीनियस बस ज़माने की परवाह नहीं करते – Why Geniuses are messy?
कुछ लोगों को इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि उनका घर गन्दा है या नहीं। हो सकता है कि वे इसे कोई बड़ी बात न समझें, या उनके पास इसे साफ़ करने के लिए समय या ऊर्जा न हो।
निष्कर्ष निकलता है कि ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से अत्यधिक बुद्धिमान लोगों के घर अक्सर गंदे रहते हैं। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि जीने का कोई सही या गलत तरीका नहीं है, और हर किसी को उस तरीके से जीने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए जिससे उन्हें खुशी मिले।
इन सब बातों के बावजूद स्वच्छ और साफ रहने में जो पवित्रता है उसका कोई मुक़ाबला नहीं है। जीनियस लोगों की छोड़िये, आपके घर में जो एक मकड़ी का जाला कई हफ़्तों से लटक रहा है उसे साफ़ कर दीजिये। अगर आलस आ रहा है तो ख़ुद को यह कह कर बहला लीजिए की ‘मैं जीनियस हूँ’।
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