Weird laddoo divorce: हम सभी ने यह कथन ज़रूर सुना होगा “शादी का लड्डू जो खाए वो पछताए और जो न खाए वो भी पछताए” । लेकिन लड्डू की वजह से किसी की शादी टूट जाए या तलाक हो जाए यह सुनकर लगेगा तो कोई मज़ाक़ है। लेकिन यह षट् प्रतिशत सत्य है। घटना है उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की जहां पर एक व्यक्ति की 10 साल पुरानी शादी इसलिए टूट गईक्योंकि उसके और उसकी पत्नी के बीच में लड्डू आ गए। आइए जानते हैं कैसे मीठे लड्डू बने कड़वे तलाक का कारण।
10 साल पुरानी शादी में लड्डू कैसे बनें विलन
2019 में, उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक पति ने अपनी पत्नी के खिलाफ तलाक़ की अर्जी दी क्योंकि वह उसे सिर्फ़ लड्डू खिलाती थी। पति का कहना था कि उसकी पत्नी ने किसी तांत्रिक के कहने पर उसे यह तथाकथित “स्वास्थ्यवर्धक” भोजन खिलाना शुरू किया था। पति के अनुसार उसकी पत्नी, एक ‘तांत्रिक’ के प्रभाव में आकर, उसे खाने के लिए केवल ‘लड्डू’ दे रही थी और कुछ नहीं।
यह घटना अगस्त 2019 में सुर्खियों में आई, जब व्यक्ति ने एक पारिवारिक अदालत का रुख किया, जहां उसने कहा कि ‘तांत्रिक’ के निर्देश पर, उसकी पत्नी ने उसे सुबह चार और शाम को चार लड्डू खाने के लिए दिए। उसे बीच में कुछ और खाने को नहीं दिया गया और न ही खाने दिया गया। परिवार परामर्श केंद्र के अधिकारी तलाक मांगने के बहाने को लेकर हैरान थे।
तांत्रिक के लड्डू किसी ज़हर से कम नहीं थे
पति के अनुसार पत्नी, एक ‘तांत्रिक’ के प्रभाव में आकर, उसे खाने के लिए केवल ‘लड्डू’ दे रही थी और कुछ नहीं। यह घटना अगस्त 2019 में सुर्खियों में आई, जब व्यक्ति ने एक पारिवारिक अदालत का रुख किया, जहां उसने कहा कि ‘तांत्रिक’ के निर्देश पर, उसकी पत्नी ने उसे सुबह चार और शाम को चार लड्डू खाने के लिए दिए। उसे बीच में कुछ और खाने को नहीं दिया गया और न ही खाने दिया गया। परिवार परामर्श केंद्र के अधिकारी तलाक मांगने के बहाने को लेकर हैरान थे।
इस आधार पर पति ने एक पारिवारिक अदालत का दरवाजा खटखटाया जहां उसने कहा कि ‘तांत्रिक’ के निर्देश पर उसकी पत्नी ने उसे सुबह चार और शाम को चार लड्डू खाने के लिए दिए। उसे बीच में कुछ और खाने को नहीं दिया गया और न ही खाने दिया गया।
ग़ौरतलब है कि इस जोड़े की शादी को 10 साल हो गए हैं और उनके तीन बच्चे हैं। पति के अनुसार वह कुछ समय से बीमार था और उसकी पत्नी ने ‘तांत्रिक’ से संपर्क किया, जिसने उससे कहा कि वह अपने पति को केवल लड्डू खिलाए।
क्या था दोनों पक्षों का दावा
पति का दावा था:
- लड्डू खाने से उसकी तबीयत खराब हो रही थी।
- उसे कुपोषण हो रहा था।
- उसकी पत्नी उसे जानबूझकर भूखा मार रही थी।
पत्नी का कहना था:
- उसने तांत्रिक के कहने पर पति को लड्डू खिलाए थे क्योंकि पति कुछ समय से बीमार था।
- लड्डू पौष्टिक होते हैं और पति की तबीयत के लिए अच्छे हैं।
- पति झूठ बोल रहा है।
यह मामला पारिवारिक न्यायालय में गया – Laddoo Divorce in Court
परिवार परामर्श केंद्र के अधिकारी तलाक मांगने के बहाने को लेकर हैरान थे। एक परामर्शदाता ने कहा, “हम दंपति को परामर्श के लिए बुला सकते हैं, लेकिन हम अंधविश्वासी होने के कारण महिला का इलाज नहीं कर सकते। उसका दृढ़ विश्वास है कि लड्डू उसके पति को ठीक कर देगा और अन्यथा मानने को तैयार नहीं है।” न्यायालय ने दोनों पक्षों की बातें सुनने के बाद पति को तलाक़ देने का फैसला सुनाया।
यह मामला काफी चर्चा का विषय बना था। कुछ लोगों ने पति का समर्थन किया, जबकि कुछ लोगों ने पत्नी का समर्थन किया। लेकिन सच्चाई यह है कि इस अनोखी नोक झोंक में बच्चों की दुर्दशा ज़रूर हुई होगी।
यह घटना (Laddoo Divorce Story) हमें कई सवालों पर विचार करने के लिए प्रेरित करती है:
- क्या अंधविश्वास और तांत्रिक के चक्कर में पड़ना सही है?
- क्या पति या पत्नी को अपने जीवनसाथी को बिना उसकी इच्छा के कुछ भी खिलाने का अधिकार है?
- क्या पति या पत्नी को अपने जीवनसाथी की तबीयत का ध्यान रखना चाहिए?
- क्या तलाक़ ही एकमात्र विकल्प है जब पति या पत्नी के बीच मतभेद हो?
- क्या पति पत्नी को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता करनी चाहिए या स्वयं बच्चों जैसा व्यवहार करना चाहिए?
यह स्पष्ट है कि तलाक़ हमेशा सबसे अच्छा समाधान नहीं होता है।पति और पत्नी को पहले आपस में बातचीत करके अपने मतभेदों को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए।अगर वे खुद से मतभेदों को सुलझा नहीं पाते हैं, तो उन्हें परिवार के सदस्यों या किसी काउंसलर से मदद लेनी चाहिए।तलाक़ अंतिम उपाय होना चाहिए।दुखद बात यह है कि मेरठ के इस अजब जोड़े को शादी के लड्डू बिलकुल रास नहीं आए।
Read more: किस गीत ने करवाया सुखविंदर सिंह और तेजपाल कौर का तलाक?
Follow us on Facebook for more such untold Laddoo Divorce Facts.