भारत में एक आम इंसान अपना ख़ुद का घर बनाने का सपना लिए पूरी जिंदगी जीता है, लेकिन कुछ भाग्यशाली ही अपना घर बना पाते हैं। ऐसे में एक महिला ने बोइंग प्लेन में घर बनाने का सपना ना सिर्फ़ देखा बल्कि पूरा भी करा। कमाल की बात यह है कि यह कोई संपन्न परिवार की शहज़ादी या कोई बहुत ही मशहूर अमीर सेलिब्रिटी नहीं है, बल्कि अपनी पूरी ज़िंदगी संघर्ष में जीवन व्यतीत करने आम महिला की कहानी है।आइए इनकी रोचक और प्रेरणादायक आपको कथा विस्तार से बताएँ।
कुछ अलग करने का शौक़ इंसानी फ़ितरत है
कुछ हटके कुछ अलग करने का शौक यह सपना देखना इंसान ही फितरत है। आजकल घर चाहे किराए का हो या फिर अपना लोग उसे अच्छी तरीके से सृजनात्मक होकर सजाने लगें हैं। इनमें से कई लोग वैकल्पिक और आकर्षक तरीक़े से रहने का ख्वाहिश रखते हैं।
आजकल वैकल्पिक और सृजनात्मक घर cool माना जाता है
लोग कम काफी लोग कम खर्चे में अपने घर को कुछ नए तरीके से बनाने की कोशिश करते हैं ताकि उनकी इच्छा अनुसार घर भी बन जाए और ज़्यादा पैसा भी खर्च ना हो। इस संबंध में इंटरनेट और इंटरनेट पर मौजूद वीडियो के ज़रिए काफी लोगों को फायदा मिल रहा है। लेकिन क्या होगा अगर हम आपको बतायें कि एक महिला जिनका नाम जो एन उस्सेरी है, आज से कई वर्ष पहले कुछ ऐसा कर चुकीं है जो आज बड़ा ही cool माना जाएगा। इतने पहले, उस ज़माने में जब शायद cool शब्द का प्रयोग स्टाइल के लिए नहीं बल्कि सिर्फ़ ठंडे के लिए इस्तेमाल होता था।
असाधारण बोइंग होम का विचार
1993 में, जो एन यूसेरी (Jo Ann Ussery) के जीवन में त्रासदी हुई जब मिसिसिपी के बेनोइट में, उनका घर नष्ट हो गया। उन्होंने ने अपने पति को भी खो दिया था। अपने पति के निधन के बाद, उन्होंने ख़ुद को अपने दो बच्चों के साथ कठिन परिस्थितियों में पाया। उन्होंने अपनी आवास समस्या को हल करने के लिए एक ट्रेलर लेने के बारे में सोचा, लेकिन यह उनके छोटे परिवार के लिए बहुत महंगा साबित हुआ।
वक़्त मुसीबत में कट रहा था कि उनके जीवन में एक आश्चर्यजनक घटना घाटी। इत्तेफाक से उनके बहनोई, बॉब, एक हवाई यातायात नियंत्रक थे। बॉब जो एन के पास एक अपरंपरागत विचार लेकर आए – एक हवाई जहाज पर रहने का। जो एन इस विचार से बहुत प्रभावित हुईं और वह दोनों एक बोइंग 727 की जांच करने गयीं जिसके कुछ हिस्से कबाड़ में दिए जा रहे थे। जैसे ही जो एन (Jo Ann Ussery) ने इसे देखा, उन्हें इस विचार से प्यार हो गया। सबसे अच्छी बात यह थी कि शिपिंग सहित उसकी लागत केवल $2,000 थी! जो एन ने अब बोइंग प्लेन में अपना घर बनाने का सपना पाल लिया।
हवाई जहाज को भव्य हवेली में परिवर्तित करना
जो एन ने प्यार से अपने बोइंग 727 का नाम “लिटिल ट्रम्प” रखा क्योंकि उन्हें पता चला कि डोनाल्ड ट्रम्प जैसे रहीस के पास एक निजी बोइंग 727 है। जो एन के यात्रा एक साधारण खरीद के साथ समाप्त नहीं हुई; यह तो उनकी सपनीली यात्रा की सिर्फ शुरुआत थी। अपने नए घर के लिए जो बहुत सी योजनाएँ बनाने लगीं।
हिम्मत बढ़ी, साधन बनते गए
विमान को एक आरामदायक रहने की जगह में बदलने के लिए, जो एन ने नवीनीकरण में $30,000 की रक़म का निवेश किया। पहला काम उसकी संपत्ति पर झील के किनारे विमान के रखने के स्थान को सुरक्षित करना था। उन्होंने अपनी सृजनात्मक बुद्धि का क्या ख़ूब इस्तेमाल किया।
इसके लिए उन्होंने झील के पानी का इस्तेमाल किया. विमान के अगले हिस्से (nose of the plane) को झील के ठीक ऊपर खड़ा किया और फिर उसके पिछले हिस्से को ढेर सारी कंक्रीट से सुरक्षित कर दिया। उस ज़माने में ऐसा सोचना एक नई बात थी।
फिर आयी बारी इंटीरियर्स की
एक बार बाहरी हिस्से को व्यवस्थित करने के बाद, जो एन को इंटीरियर पर काम करना पड़ा। विमान 76 खिड़कियों वाला एक प्रभावशाली 138 फीट लंबा विमान था। हालाँकि खिड़कियाँ पारंपरिक घरों की तरह नहीं खुलती थीं, विमान एयर कंडीशनिंग से सुसज्जित था, इसलिए कोई ख़ास समस्या नहीं थी। जो एन ने इन्सुलेशन को बढ़िया किया, नया फर्श लगाया और इसके सीमित आकार के अनुरूप कर कोने को बख़ूबी डिज़ाइन किया।
“लिटिल ट्रम्प” का बढ़ता गया वैभव
रूपांतरित विमान में वह सब कुछ था जो कोई एक बढ़िया से घर में रखने का सपना देखता है। जो ऐन के “लिटिल ट्रम्प” के अंदर तीन शयनकक्ष, एक बैठक क्षेत्र, एक रसोईघर भी था। यहां तक कि जो ऐन अपने विमानी घर में एक कपड़े धोने का कमरा भी किसी त्रह फिट करने में कामयाब रही। “लिटिल ट्रम्प” में एक ओवन, एक फोन के साथ एक पूर्ण रसोईघर, था। हमने एक अतिरिक्त सुविधा का तो जिक्र ही नहीं जो था एक वॉशर और ड्रायर का बंदोबस्त!
कॉकपिट में तो कमाल ही था
लेकिन सबसे ज़बर्दस्त मॉडिफिकेशन थी लिटिल ट्रम्प के कॉकपिट की। इसे बर्बाद होने देने के बजाय, जो एन ने इसे एक शानदार मास्टर बाथरूम में बदल दिया। इस घर में सबकुछ जादुई बन गया था।
एक स्वप्न में बदल गया संग्रहालय
1995 से 1999 तक, जो ऐन और उनके परिवार ने परिवर्तित जेट को अपना घर कहते रहे और इस अनोखे जीवन अनुभव का आनंद लेते रहे। जो ऐन अभी भी संतुष्ट नहीं थीं, वह दुनिया के साथ अपनी कला और ख़ुशी बाटना चाहतीं थीं। उन्होंने अंततः अपनी असाधारण रचना को एक संग्रहालय में बदलकर दुनिया के साथ साझा करने का फैसला किया।
आख़िरी सपना पूरा ना हो पाया – Last Wish of Jo Ann Ussery
दुःख की बात है कि थोड़ी दूरी पर ले जाते समय विमान गाड़ी से गिर गया और नष्ट हो गया। लेकिन जो एन की कहानी मानवीय रचनात्मकता और जीवन जीवन की हर परिस्थिति में कैसे जीता जाता है, इस बात का प्रमाण है। इसके अलवा यह भी सीखने को मिलता है कि आपके सामने जो भी आए उसका अधिकतम लाभ कैसे उठाया जाए। खुश रहना आपकी सोच आपके हाथ में है।
तो, अगली बार जब आप एक ऐसे घर का सपना देखें जो सामान्य से अलग हो, तो जो एन यूसेरी की बोइंग 727 हवेली जिसका नाम लिटिल ट्रम्प था उसे ज़रूर याद कर लेना। दुनिया, समाज और परिस्थितियाँ साथ दे या ना दें आप अपने सृजनात्मकता के पंख फैलायें और सपनों के आसमान में उड़ने को तैयार हो जाएँ।
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