Tony Greig Sunil Gavaskar Commentary: दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड से क्रिकेट खेलने के बाद अपनी विश्व स्तरीय कमेंट्री से अपने देश भारत सहित समूची दुनिया में खासा नाम कमाने वाले टोनी ग्रेग और सुनील गावस्कर का दोस्ताना सभी को पसंद आया। अपने भारत देश में क्रिकेट मैच के दौरान मैदान में जब भी टोनी ग्रेग कमेंट्री करते हुए आ जाते थे तो दर्शक टोनी के लंबे कद को देखते हुए टोनी टोनी चिल्लाने लगते थे।
क्रिकेट के लम्बूजी टिंगुजी की अविस्मरणीय जोड़ी – Tony Greig Sunil Gavaskar Commentary
ऐसे माहौल में उपस्थित छोटे कद के किंतु क्रिक्रेट के सर्वकालिक महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी टोनी के साथ खड़े रहते हुए कमेंट्री करते तो समूचा मैदान लंबू टिंगू की आवाज़ से गूंज उठता। इस तरह से क्रिकेट के दीवानों दर्शकों का आधा मनोरंजन मैच शुरू होने से पहले ही टोनी ग्रेग और सुनील गावस्कर के जरिए हो जाता था।
खेल में कोई बड़ा रिकॉर्ड नहीं लेकिन कमेंटरी में कोई उन जैसा महान नहीं
क्रिकेट में कोई बड़ा रिकॉर्ड टोनी ग्रेग के नाम नहीं है पर टोनी ग्रेग उच्च स्तर के एक क्रिकेट कमेंटेटर थे। टोनी ग्रेग और भारत के प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी सुनील गावस्कर का स्नेहिल और हंसी मज़ाक से भरपूर दोस्ताना जग जाहिर है। टोनी ग्रेग ने भारतीय क्रिकेट के लिए काफी अच्छी और रोचक कमेंट्री करते हुए अपने आप को भारतीय जनमानस के मन में स्थापित कर दिया था। लिहाज़ा गावस्कर के साथ-साथ टोनी ग्रेग को भी भारत की क्रिकेट प्रेमी जनता बड़े प्रेम भाव से अपने दिल में जगह देती है।
टोनी ग्रेग के नाम 148 रनों की पारी भी है
टोनी ग्रेग क्रिकेट में बड़े प्लेयर तो नहीं थे। उन्होंने 52 टेस्टों में 3600 रन बनाए और 8 शतक भी उनके नाम है। सबसे ज्यादा 148 रन का स्कोर उनके नाम है। गेंदबाजी में उन्होंने कोई ज्यादा बेहतर प्रदर्शन नहीं किया है।
सुनील गावस्कर टोनी ग्रेग के अन्दाज़ से थे प्रभावित
तो इस तरह से क्रिकेट के महारथी तो नहीं थे। बड़े-बड़े रिकॉर्ड उनके नाम नहीं थे। लेकिन क्रिकेट की कमेंट्री में उनका कोई सानी नहीं था।
टोनी की कमेंट्री की धारा प्रवाह, आवाज़ क्रिकेट के खेल को और रोचक बना देती थी। सुनील गावस्कर भी कमेंट्री के दौरान टोनी को देखते हुए अपनी कमेंट्री शैली को भूलते हुए टोनी ग्रेग की तरह ही मज़ाक़िया अंदाज़ से क्रिकेट कमेंट्री करने लगते थे।
महान कमेंटेटर ने दुनिया को कह दिया अलविदा
6 अक्टूबर 1946 को दक्षिण अफ्रीका में जन्मे क्रिकेट कमेंटेटर टोनी ग्रेग का निधन 29 दिसंबर 2012 को हो गया। इतने वर्षों के बाद भी भारत में होने वाले किसी भी क्रिकेट मैच के दौरान मैदान में ऐसा लगता है कि टोनी ग्रेग आयेंगे और मैदान से ही अपनी रोचक कमेंट्री से दर्शको को गुदगुदाने लगेंगे। अपने पूरे जीवन काल में टोनी ग्रेग को भारत की क्रिकेट जगत में काफी लोकप्रियता और प्रसिद्धि मिली।
भारत आते ही भावुक हो जाते थे टोनी ग्रेग
भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी मीडिया में इंटरव्यू के दौरान कई बार टोनी ग्रेग से अपनी दोस्ती को जग जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने टोनी ग्रेग को भारत की सभ्यता और संस्कृति से काफी जुड़ा हुआ बताया। महान सलामी बल्लेबाज सुनील मनोहर गावस्कर ने इंटरव्यू पर यह भी ज़ाहिर किया कि
Tony Greig Sunil Gavaskar Commentary: “टोनी ग्रेग भारत आते ही काफ़ी भावुक हो जाते थे। उनको भारत की सभ्यता संस्कृति, रहन-सहन और अचार विचार व्यवहार से भी लगाव हो जाता था। वह क्रिकेट की कमेंट्री जरूर करते थे लेकिन उनको भारत के माहौल और धार्मिक सेवा स्वभाव से लगाव होने से भारत में दिन गुजारने में सुकून और शांति का अनुभव होता था।
गावस्कर ऐसा कहते हुए भावुक भी होते हैं कि टोनी ग्रेग जब भारत की धरती पर आते थे तो वह क्रिकेट को एक लोकप्रिय मनोरंजक और आपसी मित्रता बढ़ाने वाला दोस्ती का खेल समझते थे। ना कि किसी रंजिश को हार के बाद और बढ़ाने वाले गेम के रूप में।”
कुल मिलाकर क्रिकेट को टोनी जैसे जेंटलमैन लोगों का खेल कहा जाता है तो ठीक उसी तरह टोनी ग्रेग को भी एक इंटेलीजेंट और जेंटेलमेंट कॉमेंटेटर कहा जा सकता है। आज क्रिकेट के बदलते स्वरूप के साथ कमेंटरी का अन्दाज़ बदल रहा है, लेकिन जो जगह क्रिकलेट कमेंटरी के लंबूजी और टिंगुजी ने बनाई है, उसे कोई दूसरी जोड़ी कभी नहीं ले पाएगी।
Read more: जब गावस्कर को ईडन गार्डन में लोगों ने कहा नो कपिल नो टेस्ट
Follow us on Facebook for more such rare facts about Tony Greig Sunil Gavaskar Commentary.