– रनवे लंबाई: 527 मीटर (1,729 फीट) – ऊँचाई: लगभग 9,334 फीट – एक ओर गहरी खाई और दूसरी ओर पहाड़; इसे दुनिया की सबसे खतरनाक रनवे कहा जाता है – केवल अनुभवी पायलट ही उड़ान भर सकते हैं।
– रनवे लंबाई: सिर्फ 400 मीटर (1,312 फीट) – यह दुनिया का सबसे छोटा वाणिज्यिक रनवे है, इसके दोनो तरफ़ समुद्र व चट्टानें होने के कारण ये अत्यधिक चुनौतीपूर्ण माना जाता है। यहाँ चूक की कोई गुंजाइश नहीं होती।
– लंबाई: 537 मीटर (1,762 फीट), साथ ही ढलान भी लगभग 18.7% – यह एयरपोर्ट बर्फीली ढलानों में बसा है। – यहां केवल प्रशिक्षित पायलट को ही ऑपरेट करने की अनुमति है।
– लंबाई: 600 मीटर (1,969 फीट) – यहाँ हिमालयी वातावरण और तीव्र मौसम पायलट का सबसे बड़ा दुश्मन है, जिसकी वजह से इस उड़ान बेहद चुनौतीपूर्ण है। – एक और पहाड़ी पट्टी, जहां।
– लंबाई: 600 मीटर (1,969 फीट) – यहाँ हिमालयी वातावरण और तीव्र मौसम पायलट का सबसे बड़ा दुश्मन है, जिसकी वजह से इस उड़ान बेहद चुनौतीपूर्ण है। – एक और पहाड़ी पट्टी, जहां।
– रनवे स्थिति: समुद्र तट पर – ऊँची समुद्री लहरों के समय रनवे डूब जाती है। – यहाँ टेकऑफ और लैंडिंग समुद्री लहरों के शेड्यूल के अनुसार होती है।
– मूल रूप से 1,600 मीटर लंबा रनवे – खंभों और चट्टानों पर बना यह रनवे मूल रूप से बहुत छोटा था, लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया। समुद्री हवाओं और टर्बुलेन्स के कारण यह अभी भी एक चुनौतीपूर्ण लैंडिंग क्षेत्र बना हुआ है।
– लंबाई: 525 मीटर (1,722 फीट) – यहाँ केवल ट्विन ओटर्स और ब्रिटन-नॉर्मन आइलैंडर्स जैसे छोटे विमान ही हवाई क्षेत्र का उपयोग कर सकते हैं।
– लंबाई: 490 मीटर (1,608 फीट) – पहाड़ी क्षेत्र में स्थित, पहली बार 1973 में खोली गई थी और 2020 में बनकर तयार हुआ। – पहली बार नेपाल एयरलाइंस ने 2022 में धनगढ़ी के लिए निर्धारित उड़ानें शुरू कीं, जिसमें ट्विन ओटर्स का उपयोग किया गया।