Kumar Gaurav behind Akshay Kumar Name

Akshay Kumar Name: बॉलीवुड में अक्षय कुमार को सबसे फिट एक्टर माना जाता है। ताइक्वांडो और मार्शल आर्ट की विशेषता हासिल किए हुए अक्षय कुमार तलवार चलाने में महारथ हासिल करने थाईलैंड की राजधानी बैंकाक गए,फिर वहां समय के फेर में एक रेस्टारेंट में वेटर का काम करने लगे। अभिनेता अक्षय कुमार का नाम दरअसल राजीव हरि ओम भाटिया है। उनकी जिंदगी में वो कौन सी घटना घटी कि उनका नाम अक्षय कुमार पड़ गया और इस सब में अपने जमाने के सुपरस्टार कुमार गौरव की क्या भूमिका रही।इसी मज़ेदार तथ्य पर हम चर्चा करेंगे। 

पूरे क़िस्से से पहले बात करते हैं कुमार गौरव की

कैसे कुमार गौरव बन गये रातों रात सुपरस्टार

1981 में एक फिल्म आई थी Love Story। इस फिल्म से मेगा स्टार राजेंद्र कुमार के साहबज़ादे और Kumar Gaurav उर्फ मनोज कुमार तुली अपना एक्टिंग करियर शुरू कर रहे थे। फिल्म जब रिलीज़ हुई तो किसी ने उम्मीद नहीं की थी कि यह इतनी बड़ी ब्लॉकबस्टर रहेगी। फिल्म लोगों ने बेहद पसंद करी खास करके नवयुवकों ने, फिल्म का संगीत बहुत पॉपुलर हुआ। अपनी इनोसेंट ओर चार्मिंग लुक्स की वजह से कुमार गौरव सही माइन में रातों-रात सुपरस्टार बन गए। देश का हर फिल्ममेकर उनको अपनी फिल्म में लेना चाहता था। 

Kumar Gaurav and Vijayta Pandit in 1981 blockbuster Lover Story
In 1981 Kumar Gaurav became a rage amongst his fans, specially girls

कुमार गौरव की लोकप्रियता

कुमार गौरव की पहली फिल्म लव स्टोरी से उन्हें बहुत लोकप्रिय मिली। ख़ास तौर पर महिलाओं और लड़कियों के बीच में तो वह पहली फ़िल्म के बाद से ही पोस्टर बॉय बन गए। लव स्टोरी के सारे गीत सुपरहिट रहे और कहा जाता है कि संगीत निर्देशक आर.डी. बर्मन के ढलते हुए करियर को एक बार फिर से संवारने के लिए लव स्टोरी ने काफी बड़ा योगदान दिया।

सलमान ख़ान ने कही थी कुमार गौरव के लिये क्या बड़ी बात

Akshay Kumar Name Story
Salman Khan considers Kumar Gaurav as the biggest Superstar he has witnessed

फिल्म ने बॉक्स ऑफिस के काफी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। गुज़रे ज़माने के लोकप्रिय अभिनेता ‘जुबली कुमार’ राजेंद्र कुमार ने अपने बेटे कुमार गौरव को फिल्मी दुनिया में नए नाम और खूबसूरत चेहरे के साथ पेश किया और उसने दर्शकों का दिल जीत लिया। 

नाम फ़िल्म की अपार सफलता के बावजूद डूब गया सितारा

लव स्टोरी की अपार सफलता के बाद कुमार गौरव ने बहुत सारी फिल्में साइन कर लीं।यह फिल्में कुछ फिल्में तो अच्छी चलीं लेकिन धीरे-धीरे कुमार गौरव का जादू फीका पड़ने लगा। फिर उनकी एक और और बेहद लोकप्रिय फ़िल्म ‘नाम’ 1986 में आई। इस फिल्म को भी अभूतपूर्व सफलता मिली। इसमें कुमार गौरव के अभिनय को काफी सराहा गया लेकिन फिल्म की सफलता का सारा श्रेय ले गए संजय दत्त। इन दो बडी फ़िल्मों के बाद कुमार गौरव न जाने क्यों गुमनामी के अंधेरे में खो गए। इंडस्ट्री वालों की माने तो वह कहते हैं कि कुमार गौरव ज़्यादा एग्रेसिव और महत्वाकांक्षी नहीं नहीं थे जिसका ख़ामियाज़ा उन्हें भुगतना पड़ा।

अक्षय बॉलीवुड के सबसे अनुशासित अभिनेता हैं

अक्षय कुमार के जीवन क्रम को देखकर हम समझ सकते हैं कि इस आदमी के जीवन में समय का काफ़ी अहम स्थान है। फिल्मी दुनिया में उन्होंने अपनी शारीरिक क्षमता और चपलता से सभी को आकर्षित किया है। 1992 की खिलाड़ी फ़िल्म की सफ़लता के बाद इस खिलाड़ी ने खतरों के खिलाड़ी और सबसे बड़ा खिलाड़ी जैसी लोकप्रिय फिल्में देकर अपने को स्टार अभिनेता के रूप में स्थापित कर दिया।

अक्षय कुमार ने कई उतार चढ़ाव देखे लेकिन लगातार मेहनत करते रहे और निरंतर लगे रहे। ‘मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी’ यूं तो एक बहुत बड़ी हिट नहीं थी लेकिन इसमें उनकी कॉमेडी टाइमिंग दर्शकों को ख़ास पसंद आई। उसके बाद उन्होंने कॉमेडी फ़िल्मों की लड़ी लगा दी और अक्षय फिल्म इंडस्ट्री का एक बड़ा नाम बन गए। 

अब असली क़िस्सा: अक्षय कुमार का नाम यूं पड़ा (Story behind Akshay Kumar Name)

अक्षय कुमार का नाम अक्षय कुमार कैसे पड़ा यह हम आपको यहां बताएंगे। वैसे अक्षय कुमार का नाम (Akshay Kumar Name) राजीव हरिओम भाटिया है।बैंकाक के रेस्टारेंट में वेटर का कार्य करते हुए अपनी बदलती किस्मत के रहते वह मुंबई बॉलीवुड में अभिनय करने आ गए।  अक्षय कुमार ने सबसे पहले 1987 में महेश भट्ट की फिल्म ‘आज’ में एक छोटी सी भूमिका निभाई थी। 

अक्षय कुमार का नाम और कुमार गौरव से जुड़ी कड़ी 

इस फ़िल्म में उनका रोल महज़ 5 सेकेंड का था, जबकि लीड रोल में उस समय के युवा लोकप्रिय अभिनेता और कोई नहीं कुमार गौरव ही थे। ‘आज़’ फिल्म में कुमार गौरव का नाम अक्षय था। फ़िल्म के हीरो के नाम से प्रभावित होकर अक्षय कुमारने अपने नाम राजीव भाटिया को बदलकर अक्षय कुमार कर लिया। 

क्या स्वीकार किया ख़ुद अक्षय कुमार ने

अक्षय ने एक इंटरव्यू में यह स्वीकारा भी कि एक दिन मुझे जाने क्या हुआ कि मैं बांद्रा (मुंबई) कोर्ट गया और अपने नाम को राजीव से अक्षय कुमार कर लिया। फ़िल्म के हीरो कुमार गौरव के फिल्म में नाम अक्षय से प्रभावित हुए और एक हीरो के नाम अक्षय को हमेशा के लिए अपने जीवन कर्म और व्यक्तित्व से जोड़ लिया।  

उसके बाद 1991 में सौगंध फिल्म से मुख्य भूमिका के रूप में अब तक आते हुए करीब 145 फिल्मों में काम करते हुए अपनी अभिनय क्षमता का लोहा भारतीय दर्शकों के सामने रख दिया।

अक्षय कुमार के परिवार के अन्य सदस्य 

अक्षय कुमार के पिता हरिओम भाटिया मिलेटरी आफिसर थे। उनकी माता का नाम अरूणा भाटिया है। अक्षय की एक बहन भी हैं जिनका नाम अलका भाटिया है। उनकी स्कूली पढ़ाई मुंबई के डाॅन बोस्को स्कूल में हुई है और आगे की पढ़ाई मुबंई के गुरू नानक खालसा काॅलेज से हुई है। इसके बाद अक्षय कुमार का बैंकाक का सफ़र शुरू हुआ। यह तो सभी जानते ही होंगे कि 2001 में उनकी शादी सुप्रसिद्ध सुपरस्टार राजेश खन्ना की बेटी अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना से हुई थी और उनका बेटा आरव कुमार है। 

अजनबी में विलेन बने

2001 में फ़िल्म अजनबी में अक्षय कुमार ने एक नकारात्मक किरदार निभाया। उनकी इस फ़िल्म को काफी सराहा गया तथा बेस्ट विलेन के लिए पहला फ़िल्मफेयर पुरस्कार भी मिला। हेरा फेरी की सफलता के बाद अक्षय कुमार ने कई हास्य फिल्मों में काम किया, जिनमें आवारा पागल दीवाना, मुझसे शादी करोगीऔर गरम मसाला आदि शामिल है।

80 के दशक में उस दौर के सुपरस्टार कुमार गौरव की फ़िल्म में केवल 5 सेकंड का रोल करने से अक्षय क़िस्मत यूँ बदल जाएगी इसकी कल्पना शायद अक्षय स्वयं भी ना करी हो। कई बार लगता है कि कहीं कुमार गौरव की चमकती क़िस्मत, कहीं अक्षय को ट्रांसफ़र तो नहीं हो गई।

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