Harleen deol Indian Woman Cricketer Story: 2024 के T20 वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में सूर्य कुमार यादव का बाउंड्री लाइन के पास लपके गए तिलस्मी कैच के लोग दीवाने हो गए और SKY ने ख़ूब सुर्खियां बटोरी। सूर्यकुमार यादव इन सुर्खियों और प्रशंसा के लायक भी है। लेकिन यहीं परबात उठती है भारतीय महिला क्रिकेटर हरलीन देओल की जिन्हें लगभग जिन्होंने शायद इससे भी ज्यादा चमत्कारी कैच पकड़ा था लेकिन उनके इस अद्भुत प्रयास की कोई ज्यादा चर्चा नहीं हुई और उनका लिया गया कैच लगभग गुमनाम सा रहा। अब दोबारा से सोशल मीडिया पर हरलीन देओल की चर्चाएं हैं और इसी विषय पर हम बात करेंगे।
सूर्यकुमार यादव के चमत्कारी कैच की तो होनी ही चाहिए तारीफ़
2024 के रोमांचक फाइनल मैच में भारत के खिलाफ़ दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए आखिरी ओवर में 16 रन चाहिए थे। मैदान में डेविड मिलर बने हुए थे। सभी भारतीय सहमे हुए थे। आखिर मिलर जो किलर ठहरे। मिलर के होते हुए जीत का सपना बाहर दूर होता जा रहा था। लेकिन विधाता को कुछ और मंजूर था।
मिलर चूके और सूर्यकुमार यादव ने एक ऐतिहासिक कैच पकड़ कर जीत भारत की झोली में डाल दी। कैच जिस अन्दाज़ में पकड़ा गया उस से सूर्या की पूरी दुनिया दीवानी हो गई। लेकिन तभी सोशल मीडिया पर एक और विस्फोट हुआ। विश्व कप फाइनल में सूर्यकुमार यादव के बेहतरीन कैच से ज्यादा चमत्कारिक था हरलीन देओल का अविश्वसनीय कैच की चर्चा होने लगी, जिसकी हर किसी ने अपने अपने मन स्तर से तारीफ़ की।
कैसे सूर्या के कैच ने हरलीन को भी सुर्ख़ियों में ला दिया
अब जरा हरलीन देओल के वायरल कैच की बात करें तो मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह 2021 के दौरान हुए एक मैच में हुआ। जहां हमारी महिला टीम इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज का अपना पहला मैच खेल रही थी। हरलीन ने इसी मैच में ठीक सूर्य कुमार यादव की तरह का कैच पकड़ा था। लेकिन वो एक सामान्य सीरीज थी। इसलिए इसकी ना ज़्यादा तारीफ़ हुई ना लोगों की टिप्पणी। लेकिन विश्व कप फाइनल की जीत के बाद सूर्य कुमार यादव के अविश्वसनीय कैच ने हरलीन देयोल को भी पूरे तीन साल के अंतराल पर महान क्षेत्ररक्षक होने का तमगा आखिरकार प्रदान ही कर दिया।
कौन सा है यह हरलीन देओल का वायरल वीडियो
यादव के धांसू कैच के बाद हरलीन देयोल का वीडियो अब वायरल हुआ है। यह भी एक डिबेट का विषय हो सकता है क्योंकि हमारा भारत क्रिकेट प्रधान देश है। इस बात पर बहस होना ज़रूरी भी है कि हरलीन देयोल का कैच अब तक गुमनामी में क्यों रहा। सोशल मीडिया और क्रिकेटिंग सर्कल में ऐसे कई सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्यों महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को उतनी तवज्जो नहीं मिल रही है जितनी कि पुरुष खिलाड़ियों को मिलती है। और यह सवाल एकदम वाजिब भी है।
भारतीय क्रिकेट प्रबंधन के सोच में बदलाव की बहुत आवश्यकता है
इसका जवाब महिला क्रिकेट के संचालकों को नैतिकता के आधार पर देर सेवर अवश्य दिया जाना चाहिए। उस मैच में भारत भले ही यह मुकाबला हार गया हो। लेकिन महिलाओं की हर जगह पैरवी करने वाले लोग उस वक़्त कहाँ ग़ायब थे जब हरलीन ने ऐसा कैच लपका था। हमारे देश में इस कैच को चर्चा का विषय जरूर बनना चाहिए था। मगर ऐसा नहीं हुआ। क्रिकेट प्रेमियों का एक बार इस विषय पर गंभीरता से सूचना ज़रूरी है।
अन्य देशों में महिला क्रिकेट खिलाड़ियों की क्या है स्थिति
दुनिया के महानतम ऑलराउंडर कपिल देव के ज़माने में डायना एडुलजी ने तेज़ गेंदबाज़ी कर महिला क्रिकेट में महिला शक्ति का बड़ा जोशीला परिचय दिया था। एडुलजी की धार दार आउट स्विंग गेंदे विरोधी महिला बल्लेबाज़ के चेहरे की हवाइयां उड़ा कर रख देती थीं। शायद इस दौर से महिला क्रिकेटर्स को पहचान मिलनी शुरू हुई। जहां तक भारतीय महिला क्रिकेटर्स का सवाल है उन्हें काफी समय तक ख़ुद को पहचान दिलवाने के लिए परिश्रम करना पड़ा।
मिताली राज,हरमनप्रीत कौर, शेफाली वर्मा के साथ अब हरलीन देयोल
मिताली राज, हरमन प्रीत कौर और शेफाली वर्मा महिला क्रिकेट में एक विश्व स्तरीय पहचान रखीं। अभी तीन साल पहले के हरलीन देयोल के एक हैरत अंगेज कैच का वीडियो वायरल होने के बाद हरलीन को एक वर्ल्ड क्लास पहचान दी है। विश्व कप जीत के तुरंत बाद हरलीन देयोल के उस तीन साल पुराने कैच की फाइनल मैच के सूर्य कुमार यादव के कैच से पूरा क्रिकेट जगत तुलना कर रहा है।
अब महिला क्रिकेटरों को अपनी प्रतिभा का श्रेय मिलना चाहिए
हरलीन देयोल के चमत्कार और उसका वीडियो वायरल होने की वजह से हम सभी को फिर से महिला क्रिकेट की कुछ जोरदार खिलाड़ी याद आ गई जिनका ऊपर उल्लेख किया जा चुका है। हमारी महिला क्रिकेट टीम ने अभी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका को एक नहीं बल्कि पूरे दस विकेट से हरा दिया। जबकि अभी तक हमारी पुरूष टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ इतनी बड़ी जीत नहीं दर्ज़ की है।
महिलाओं की टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में खेले गए टेस्ट मैच में 10 विकेट से जीत दर्ज की। टीम इंडिया ने पहली पारी 603 रन बनाकर घोषित की थी। शेफाली वर्मा ने शानदार दोहरा शतक लगाया। जवाब में दक्षिण अफ्रीका पहली पारी में 266 रन बना सकी।और फॉलोऑन का सामना किया।दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में 373 रन बनाए और 36 रनों की मामूली बढ़त हासिल की। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने सिर्फ 9.2 ओवर में 10 विकेट के शेष रहते जीत दर्ज की। शुभा सतीश 13 और शेफाली वर्मा 24 रन बनाकर नाबाद रहीं।
क्या है समानताएँ और असमानताएँ दोनों कैचों में – Harleen Deol vs Suryakumar Famous Catch
खैर हरलीन और सूर्या के कैच की तुलना की जाए तो हम पाएंगे कि दोनों कैच एक्शन रिप्ले की तरह लग रहे हैं। हरलीन ने लॉन्ग ऑफ पर फील्डिंग करते हुए एमी जोन्स का कैच पकड़ा था। भारत वह मुकाबला जीत भी नहीं पाया था। इंग्लैंड ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 177 रन बनाए थे। बारिश की वजह से भारत को 8.4 ओवर में डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर 73 रनों का लक्ष्य मिला लेकिन भारत 8.4 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 54 रन ही बना पाया।
मुद्दा यह नहीं है कि सूर्य कुमार यादव का कैच ज्यादा बेहतर था या फिर हरलीन देओल का। ना ही हम सूर्यकुमार यादव के लिए गए अविस्मरणीय और अद्भुत कैच का श्रेय उनसे छीनना चाहते हैं। बात सिर्फ इतनी सी है कि हरलीन देओल भी प्रशंसा और सम्मान की उतनी हकदार है जितना कि SKY। आशा करते हैं कि भविष्य में एक दिन महिला क्रिकेट को उतना ही सम्मान मिलेगा जितना कि पुरुष क्रिकेट को इस देश में मिलता है।
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